यह किताब 1917 में डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखी गई थी। इसमें उन्होंने हिन्दू समाज में असंख्य जातियों के होने का कारण खोजा है। उनका मानना था कि सगोत्र विवाह प्रथा ने हिन्दू समाज को अलग-अलग जातियों में बांट दिया है। उन्होंने दिखाया कि सगोत्र विवाह प्रथा बिना महिलाओं के उत्पीड़न के संभव नहीं थी। इस किताब में उन्होंने हिन्दू समाज में जाति व्यवस्था की उत्पत्ति और प्रकृति पर विस्तार से विचार किया है।
Pages – 32
Weight – 56 g
Size – 21 x 14 cm
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