, ,

Kukurmutta by Suryakant Tripathi Nirala

75.00

कुकुरमुत्ता, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की एक प्रसिद्ध लंबी कविता है जिसमें कवि ने पूंजीवादी सभ्यता पर कुकुरमुत्ता के बयान के बहाने करारा व्यंग्य किया गया है। कुकुरमुत्ता गुलाब को सीधा भदेश अंदाज में संबोधित करता हुआ उसके सभ्यता की कलई उधेड़ता चला जाता है। अबे सुन बे गुलाब। डाल पर इतराता है कैपिटलिस्ट।

Pages – 40

Weight – 100 g

Size – 21 x 14 x 0.4 cm

Click here to buy the product from Amazon

Click here to buy the product from flipkart

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Kukurmutta by Suryakant Tripathi Nirala”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart
Kukurmutta by Suryakant Tripathi Nirala
75.00