कालिदासकृत ‘ रघुवंश महाकाव्य‘ संस्कृत साहित्य का शिरोमणि माना गया है । इसमें कवि ने दिलीप, रघु और राम जैसे महान् राजाओं एवं उनके कर्तव्यपरायण मानवीय चरित्रों के मा ध्यम से भारत की राजनीतिक अखंडता, सांस्कृतिक अभ्युदय, आध्यात्मिक व नैतिक मूल्यों तथा लोकरंजनकारी शासन – पद्धति के युग- युगीन आदर्शों को मूर्तिमान किया है ।
Pages – 116
Weight – 120 g
Size – 21 x 14 x 0.6 cm
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