Sale!

Sanskrit Sahitya ka itihas

140.00

Category:
संस्कृत साहित्य का महत्त्व विश्वभर की समस्त प्राचीन भाषाओं में संस्कृत का सर्वप्रथम और उच्च स्थान है। विश्व-साहित्य की पहली पुस्तक ऋग्वेद इसी भाषा का देदीप्यमान रत्न है। भारतीय संस्कृति का रहस्य इसी भाषा में निहित है। संस्कृत का अध्ययन किये बिना भारतीय संस्कृति का पूर्ण ज्ञान कभी सम्भव नहीं है।

Pages – 320

Weight – 300 g

Size – 21 x 14 x 1.5 cm

Click here to buy the product from Amazon

Click here to buy the product from flipkart

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Sanskrit Sahitya ka itihas”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart
Sanskrit Sahitya ka itihas
140.00