Sale!
, ,

Kavitavali (Uttarkand) by Tulsidas

160.00

- +

कवितावली (उत्तर काण्ड से) – कवित्त में गोस्वामी तुलसीदास जी ने बताया है कि संसार के सभी लोग अच्छे-बुरे काम बिना धर्म-अधर्म की परवाह किए केवल ‘पेट की आग’ को शांत करने के लिए करते है, इस पेट की आग को बुझाने के लिए कोई बुरे कर्म न करने पड़े इसके लिए कवि एक उपाय बताते हैं और वह उपाय है – राम-रूपी घनश्याम का कृपा-जल।

Pages – 248

Weight – 280 g

Size – 21 x 14 x 1.2  cm

Click here to buy the product from Amazon

Click here to buy the product from flipkart

Shopping Cart
Kavitavali (Uttarkand) by Tulsidas
160.00
- +